कितनी अहमियत दे रखी है तुमने इस दुनिया को इनसान ,
वो दुनिया जो किसी की परवाह नहीं करती।
वो जो अकेला छोड़ जाती है एक अकेले को,
और भीड़ बन जाती है ईक झूठी तस्वीर के पीछे ।
वो दुनिया जो भूखे को रोटी मांगने पर धक्का मारती है ,
और रोटी फेंकने वाले से डर कर कुछ नहीं कह पाती है।
वो दुनिया जो समाज के नाम पर इंसानियत भुल जाती है ,
और कभी कभी तो हैवानियत की भी दलीलें दे जाती है ।
क्यों इतनी अहमियत दे रखी है तुमने इस दुनिया को इनसान ।
Bahut umda ….
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Thank you so much 😁
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insaan se duniyaan hai, duniyaan se nahi insaan…. it’s insane when the other turns up.
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Exactly
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